Friday, March 28, 2025
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क्या राहुल गांधी ने पीएम मोदी के विश्वास को हिला दिया है?

वर्तमान में राजनीति के अनुसार राहुल गांधी ने पीएम मोदी के विश्वास को हिला कर रख दिया है! दरअसल, पीएम मोदी को हमेशा आत्मनिर्भर और आत्म दृढ़ माना जाता था! लेकिन अब वह विपक्ष के सहारे लेने लगे हैं! जानकारी के लिए बता दे कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने संसद में चक्रव्यूह के जरिए नरेद्र मोदी सरकार को सदन में जमकर घेराव किया। बजट, अग्निवीर योजना, बेरोजगारी के साथ ही पिछड़ा और दलित वर्ग को साधने के लिए उनका जोर जातिगत जनगणना पर रहा। राहुल गांधी ने कहा कि 20 अफसरों ने देश का बजट बनाने का काम किया है, लेकिन इनमें से सिर्फ एक अल्पसंख्यक और एक ओबीसी हैं और उनमें दलित व आदिवासी एक भी नहीं है। बता दें कि राहुल गांधी ने कहा कि देश के पिछड़े लोग अभिमन्यु नहीं, अर्जुन हैं। राहुल ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पहला कदम इंडिया गठबंधन ने ले लिया है। पीएम के कॉन्फिडेंस को हमने हिला दिया। मेरे भाषण में अब वो कभी नहीं आएंगे। 1 जुलाई को संसद सत्र की शुरुआत में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर राहुल गांधी ने संसद में अपना पहला भाषण दिया था। इस भाषण की शुरुआत उन्होंने संविधान की कॉपी और भगवान शिव की तस्वीर दिखाकर की थी। उस वक्त भी राहुल गांधी ने इस भाषण में अभय मुद्रा का जिक्र किया जिसकी काफी चर्चा हुई। यही नहीं राजनीतिक विश्लेषकों से यह जानते हैं कि क्या वाकई में राहुल ने पीएम मोदी के आत्मविश्वास को हिला दिया है या कुछ और बात है? राहुल गांधी ने बजट से पहले की हलवा वाली रस्म का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि इस सरकार में दो-तीन प्रतिशत लोग ही हलवा तैयार कर रहे हैं और उतने ही लोग हलवा खा रहे हैं और शेष हिंदुस्तान को यह नहीं मिल रहा है। राहुल गांधी ने दावा किया कि इस बजट के बाद देश का मिडिल क्लास भी बीजेपी का साथ छोड़ रहा है जो इंडिया गठबंधन के लिए एक अवसर भी है।

बता दे कि दिल्ली विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर और राजनीतिक एक्सपर्ट कहते हैं कि राहुल के तेवर जिस तरह से आक्रामक हुए हैं और सत्ता पक्ष उतनी तीव्रता से उनको जवाब नहीं दे पा रहा है, ये भारत की राजनीति में आने वाले दिनों के लिए बड़ा संकेत है। राहुल जिस तरह से भाजपा सरकार पर जिस तरह से हमले कर रहे हैं, उससे इतना तो तय है कि मोदी सरकार 2014 या 2019 जैसे रंग में जवाब नहीं दे पा रही है। इसके पीछे कहीं न कहीं लोकसभा चुनाव में भाजपा का 400 पार जैसी उम्मीद से काफी पीछे रह जाना भी है।

इसी बीच राहुल गांधी के कहा कि देश के पिछड़े लोग अभिमन्यु नहीं है अर्जुन हैं। राहुल गांधी अपने भाषण में इंडिया गठबंधन को लेकर आए और पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पहला कदम इंडिया गठबंधन ने ले लिया है। पीएम के कॉन्फिडेंस को हमने हिला दिया। मेरे भाषण में कभी नहीं आएंगे अब। पद्मव्यूह वाले लोग हैं उनको देश का नेचर समझ नहीं आया। राजीव रंजन गिरि बताते हैं कि चुनावी रिजल्ट से उत्साहित होकर राहुल ऐसे हमले कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें ये पता है कि उनके पास खोने के लिए कुछ नहीं है, जबकि पाने के लिए बहुत कुछ है। भाजपा अभी जदयू और टीडीपी के सहयोग से सरकार चला रही है। बता दें कि राजनीति में कब कौन पलटी मार जाए, ये कहा नहीं जा सकता है। ऐसे में हर बात की संभावना बनी रहती है। जैसा कि खुद राहुल पहले ये दावे कर चुके हैं कि ये सरकार ज्यादा दिन चलने वाली नहीं है।

बकौल राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी का चुनाव चिह्न भी इसी अभयमुद्रा की तरह है। भाजपा पर आक्रामक लहजे में हमला करते हुए राहुल ने कहा, जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं। 24 घंटे हिंसा-हिंसा और असत्य-असत्य कहते रहते हैं। ऐसे लोग हिंदू नहीं हो सकते। सत्ता पक्ष की तरफ इशारा करते हुए राहुल ने कहा, ‘आप हिंदू नहीं हो… हिंदू धर्म में साफ लिखा है कि सत्य के साथ खड़ा रहना चाहिए। इससे डरना नहीं चाहिए।’ अहिंसा हमारा धर्म है। ये देश अहिंसा का है। सत्ता पक्ष की तरफ से टोके जाने पर राहुल ने कहा, ये इसलिए शोर मचा रहे हैं क्योंकि तीर सीधा दिल में लगा है। हमने भाजपा का मुकाबला अहिंसा के साथ किया है।

देश में हिस्सेदारी और भागीदारी का सवाल लगातार उठता रहा है। आपको बता दें कि इस बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने हिस्सेदारी और भागीदारी को सबसे बड़ा मुद्दा बनाया था। राहुल गांधी ने कहा था कि देश में अगर इंडिया गठबंधन की सरकार बनी तो आर्थिक सर्वे कराया जाएगा और इसके जरिए यह पता लगाया जाएगा कि देश के संसाधनों पर किस जाति-समुदाय का कितना हक है। राहुल गांधी ने अपनी कई चुनावी सभाओं में कहा था कि अगर इंडिया गठबंधन सत्ता में आया तो पहला काम यही किया जाएगा।

बता दे कि अपनी चुनावी रैलियों में राहुल गांधी ने लगातार इस बात को भी कहा कि हिंदुस्तान में 40 फीसदी धन सिर्फ एक प्रतिशत लोगों के पास है। 24 अकबर रोड जैसी कई किताबें लिखने वाले लेखक रशीद किदवई कहते हैं कि राहुल गांधी दरअसल यह बात इसलिए कहते हैं क्योंकि देश में गरीबी और अमीरी के बीच खाई बढ़ी है। लोग और ज्यादा गरीब होते जा रहे हैं। हाल में आए बजट में भी मिडिल क्लास को कोई राहत नहीं मिली है, जो पहले से बहुत परेशान है। ऐसे में राहुल बार-बार ये सवाल उठाकर मिडिल क्लास की तवज्जो पा रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी उनके इस तरह के भाषण काफी वायरल हो रहे हैं।

बता दे कि राहुल लोकसभा चुनावों के दौरान भी अंबानी और अडानी के बहाने मोदी को घेरते रहे हैं। 2014 के चुनाव में जहां मोदी पर सूट-बूट की सरकार कहकर घेरा था तो वहीं, 2019 और 2024 के लोकसभा चुनावों में मुकेश अंबानी के साथ-साथ गौतम अडानी का भी नाम लेकर मोदी पर हमले करते रहे। 

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