यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या आने वाले समय में सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड टूट सकता है या नहीं! क्योंकि हाल ही में एक खिलाड़ी उनके इस रिकॉर्ड तक पहुंच गया है, जिसने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है! जानकारी के लिए बता दें कि सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है। बल्लेबाजी में विश्व क्रिकेट के कई बड़े रिकॉर्ड्स अब भी मास्टर ब्लास्टर के नाम ही दर्ज हैं। भले ही सचिन को संन्यास लिए एक दशक से ज्यादा का वक्त हो चुका हो, लेकिन उनके कीर्तिमान के आसपास भी कोई नहीं भटक पाया है।बता दें कि इस बीच ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विश्व विजेता कप्तान और सचिन तेंदुलकर के हमदौर रहे रिकी पोंटिंग ने एक बड़ा दावा किया है। पोंटिंग की माने तो सचिन तेंदुलकर का टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन का रिकॉर्ड इंग्लैंड के जो रूट तोड़ सकते हैं। बता दें कि रिकी पोंटिंग ने कहा कि जो रूट अगर अपने रनों की भूख और रन बनाने की निरंतरता अगले चार साल तक बरकरार रखते हैं तो वह टेस्ट क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर को पछाड़ सकते हैं। रूट टेस्ट क्रिकेट में 12000 रन का आंकड़ा पार करने वाले सातवें बल्लेबाज बन गए, उन्होंने अब तक 143 टेस्ट में 12027 रन बना लिए हैं। तेंदुलकर के नाम 200 टेस्ट में 15921 रन हैं। पोंटिंग ने 168 टेस्ट में 13378 रन बनाए हैं और वह सूची में दूसरे स्थान पर हैं।
पोंटिंग ने आईसीसी रिव्यू में कहा, ‘रूट यह रिकॉर्ड तोड़ सकता है। वह 33 साल का है और 3000 रन ही पीछे है। देखना है कि वह कितने टेस्ट खेलता है। अगर वे साल में 10 से 14 टेस्ट खेलते हैं और प्रतिवर्ष 800 से 1000 रन बनाता है तो तीन चार साल में वहां तक पहुंच सकता है। अगर उसकी रनों की भूख बरकरार रहती है तो वह ऐसा कर सकता है।’ यही नहीं आपको बता दें कि शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों डेवोन कॉनवे और फिन एलन ने फ्रेंचाइजी क्रिकेट में करियर बनाने के लिए गुरुवार को न्यूजीलैंड क्रिकेट का केंद्रीय अनुबंध ठुकरा दिया। देश के क्रिकेट बोर्ड न्यूजीलैंड क्रिकेट ने यह घोषणा की। कॉनवे हालांकि एक समझौते के तहत न्यूजीलैंड की तरफ से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के लिए उपलब्ध रहेंगे।बता दें कि पूर्व कप्तान केन विलियमसन ने भी हाल में इस तरह का समझौता किया था। इसका मतलब यह है कि कॉनवे फ्रेंचाइजी क्रिकेट की अपनी प्रतिबद्धताएं आडे नहीं आने पर अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेंगे।
कॉनवे ने न्यूजीलैंड क्रिकेट द्वारा एक्स पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा, ‘सबसे पहले, मैं इस व्यवस्था में मेरा समर्थन करने के लिए न्यूजीलैंड क्रिकेट को धन्यवाद देना चाहता हूं। न्यूजीलैंड के लिए खेलना अब भी मेरी प्राथमिकता है और मैं न्यूजीलैंड का प्रतिनिधित्व करने और उसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जीत दिलाने को लेकर बेहद उत्साहित हूं।’
जानकरी के लिए बता दे कि फिन एलन ने अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत साल 2021 में की थी तो उन्होंने न्यूजीलैंड के लिए 22 वनडे और 47 वनडे इंटरनेशनल खेले, जिसमें उन्होंने दो टी-20 शतक और चार अर्धशतक भी मारे जबकि वनडे में पांच फिफ्टी ठोकी। दूसरी ओर डेवोन कॉनवे ने 20 टेस्ट, 32 वनडे और 50 टी-20 इंटरनेशनल में हिस्सा लिया। बता दें कि कॉनवे के नाम टेस्ट में चार शतक और वनडे में पांच शतक मारे हैं। 50 टी-20 इंटरनेशनल मैच में कॉनवे ने 10 अर्धशतक ठोके।