यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या पाकिस्तान पानी के लिए कश्मीर में दस्तक दे रहा है या नहीं! क्योंकि पाकिस्तान की बुरी नजर हमेशा से ही कश्मीर पर थी, ना कि कश्मीर के पानी या किसी और चीज पर! जानकारी के लिए बता दे कि पाकिस्तान का एक प्रतिनिधिमंडल इस रविवार को हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट का निरीक्षण करने के जम्मू-कश्मीर आया। पाक डेलीगेशन का भारत दौरा सिंधु जल संधि, आईडब्ल्यूटी के तहत हुआ है। डेलीगेशन का भारत आना इसलिए चर्चा बटोर रहा है क्योंकि पांच साल से भी ज्यादा समय में किसी पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल की यह पहली जम्मू-कश्मीर यात्रा है। 2019 में जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में आई गिरावट के बाद पाक डेलीगेशन पांच साल तक भारत नहीं आया। जैसा की पाक डेलीगेशन के भारत आने के बाद ये भी पूछताछ हो रही है कि क्या पाकिस्तान ने कश्मीर से 370 हटने के मुद्दे पर अपना रुख नरम कर लिया है। सुहेब चौधरी ने पाकिस्तान के लोगों से सवाल किया है कि क्या पाकिस्तान को भारत से कश्मीर की बात भुलाते हुए पानी के मामले पर आगे बढ़ना चाहिए क्योंकि पानी भारत की ओर से आता है। बता दें कि इरफान ने सुहेब चौधरी से कहा कि कश्मीर एक अहम मुद्दा हमारे लिए रहा है लेकिन वो भी हमसे दूर होता जा रहा है। आज भारत से तो पाकिस्तान के हक में नारे लगने की बात सामने नहीं आती है। हां पाकिस्तान के कश्मीर में लोग सड़कों पर हैं। हाल ही में जिस तरह से लोग कश्मीर में सड़कों पर निकले, वो बताता है कि हमारी हालत क्या है।
रियाज ने कहा कि कश्मीर और दूसरी बड़ी बड़ी बातें पाकिस्तान के नेता बाद में करें, पहले ये तय करें कि अवाम और मुल्क कैसे बचना है।
खुर्रम शाहबाद ने कहा कि हम बस कश्मीर का नाम लेते रहे। इंडिया जो कश्मीर में कानूनी बदलाव चाहता था, वो उसने कर दिए। हम सिवाय बयान देने के कुछ नहीं कर सके। दूसरी तरफ पानी के मामले पर भी हम इंडिया की ओर ही देख रहे हैं। हम अक्सर कहते हैं कि इंडिया ने पानी रोक दिया या ज्यादा छोड़ दिया। हम अपनी ओर नहीं देखते, हमने आज तक क्या इंतजाम पानी रोकने के या जमा करने के लिए किए हैं। हमने खुद कुछ नहीं किया और ठीकरा भारत पर फोड़ते हैं।
इसके साथ ही इरफान ने सुहेब चौधरी से कहा कि कश्मीर एक अहम मुद्दा हमारे लिए रहा है लेकिन वो भी हमसे दूर होता जा रहा है। आज भारत से तो पाकिस्तान के हक में नारे लगने की बात सामने नहीं आती है। हां पाकिस्तान के कश्मीर में लोग सड़कों पर हैं। हाल ही में जिस तरह से लोग कश्मीर में सड़कों पर निकले, वो बताता है कि हमारी हालत क्या है।
रियाज ने कहा कि कश्मीर और दूसरी बड़ी बड़ी बातें पाकिस्तान के नेता बाद में करें, पहले ये तय करें कि अवाम और मुल्क कैसे बचना है। पाकिस्तान में बिजली के बिलों से लोग बुरे फंसे हुए हैं। पाकिस्तान में आम घरों में 20 हजार तक के बिल आ रहे हैं, बताएं कहां से लोग बिल देंगे। शाहिद ने कहा कि कश्मीर का मामला जैसे 70 साल से चल रही है, वैसे ही आगे भी चलता रहेगा। मुझे नहीं लगता कि ये मामला आने वाले कुछ साल में इसमें कुछ होगा। मुझे नहीं लगता कि अगले कुछ साल में कश्मीर के मामले में कुछ भी हो सकता है। दोनों ओर से यही बड़ी-बड़ी बातें होती रहेंगी और हवाई दावे किए जाते रहेंगे।