हाल ही में पाकिस्तान के जनरल असीम मुनीर ने भारत को धमकी दे दी है! दरअसल, हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच कई विवादात्मक बातें हुई, जिसके बाद यह धमकी सामने आई है! आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने धमकी देते हुए कहा कि अगर उनके देश पर किसी भी तरह का हमला होता है तो पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई दूर तक जाएगी। यही नहीं उन्होंने कहा कि हमारे खिलाफ चाहे जो भी बहुस्तरीय और बहुआयामी खतरा हो, हम एकजुट और आश्वस्त हैं। पारंपरिक और गैर-पारंपरिक, गतिशील या सक्रिय, हमारे खिलाफ युद्ध का जो भी तरीका इस्तेमाल किया जाएगा, हमारी जवाबी कार्रवाई तुरंत और दर्दनाक होगी। हम निश्चित रूप से दूर तक और गहराई से हमला करेंगे।
मुनीर ने आजादी परेड को संबोधित करते हुए यह बातें कही। बता दें कि पाकिस्तान बनने के 77 साल पूरे होने की परेड रविवार देर रात काकुल में पाकिस्तान सैन्य अकादमी में आयोजित की गई। माना जा रहा है कि यह धमकी सेना प्रमुख अपने तीन पड़ोसियों भारत, अफगानिस्तान और ईरान को दे रहे हैं। क्योंकि तीनों के साथ ही पाकिस्तान का विवाद है। इसमें भी खास तौर से उनकी धमकी भारत के लिए है। मुनीर ने आगे कहा, ‘हम जानते हैं कि आजादी मुफ्त नहीं है और इसके लिए कई बहादुर बेटे-बेटिया हमेशा अपनी जान देने के लिए तैयार हैं।’यही नहीं उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि पाकिस्तान के लोग और उसके सुरक्षा बल कभी पीछे नहीं हटेंगे और किसी को भी देश पर बुरी नजर नहीं डालने देंगे।
इसी बीच उन्होंने सुख-दुख के दौरान देश के साथ खड़े रहने के चीन, सऊदी अरब, यूएई, कतर और तुर्की का धन्यवाद दिया। क्षेत्रीय गतिशीलता को संबोधित करते हुए सेना प्रमुख ने अफगानिस्तान को हमारे ‘भाईचारे वाले इस्लामी पड़ोसी‘ के रूप में संदर्भित किया। उन्होंने इच्छा जताते हुए कहा कि हम अफगानिस्तान के साथ बेहतर संबंध बनाए रखना चाहते हैं। उन्हें हमारा संदेश है कि उन्हें अपने भाईचारे वाले देश के खिलाफ फितना-उल-खवारिज को प्राथमिकता नहीं देनी चाहिए। वह यहां टीटीपी आतंकियों को शरण देने का जिक्र कर रहे हैं। पाकिस्तान का आरोप है कि टीटीपी अफगान धरती से ऑपरेट हो रहे हैं।
मुनीर ने कश्मीर और फिलिस्तीन को लेकर चिंता जताई। बता दें कि उन्होंने भारत के कश्मीर का जिक्र करते हुए कहा, ‘संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों में निहित आत्मनिर्णय के उनके अमिट अधिकार के लिए हम उनके साथ मजबूती से खड़े हैं और कश्मीर के बहादुर लोगों को अपने पूर्ण राजनीतिक, राजनयिक और नैतिक समर्थन का आश्वासन देते हैं।’ उन्होंने लोगों से गाजा के लोगों के खिलाफ इजरायल के अत्याचारों की गंभीरता समझने का आह्वान किया। बता दें कि सेना प्रमुख के मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय और मानवीय कानून की अवहेलना दुनिया की जागरूक और नियम आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था पर एक धब्बा है।