हाल ही में संसद में राहुल गांधी ने एक ऐसी बात कह दी जिसकी वजह से पीएम मोदी खड़े हो गए! दरअसल, राहुल गांधी ने कई मुद्दों पर बात करते हुए पीएम मोदी पर हमले किए, इसके बाद पीएम मोदी को जवाब देना पड़ा! जानकारी के लिए बता दे कि राहुल गांधी ने सोमवार लोकसभा में कई मुद्दों पर सरकार को घेरा। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए राहुल गांधी ने कई ऐसी बातें कहीं जिस पर सदन के भीतर जमकर हंगामा हुआ। राहुल गांधी का सदन के भीतर अंदाज बतौर नेता प्रतिपक्ष बदला हुआ भी दिखाई दिया। शायद दस वर्षों में ऐसा पहली बार होगा जब राहुल गांधी के बयान पर प्रधानमंत्री मोदी ने हस्तक्षेप किया हो। राहुल गांधी के बयान पर कई और दूसरे मंत्रियों ने भी उन्हें टोका। बतौर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अग्निवीर, नीट और किसानों के मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधा। लेकिन सबसे अधिक हंगामा राहुल गांधी के हिंदू वाले बयान पर देखने को मिला। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में एक दिन कहा कि हिंदुस्तान ने कभी किसी पर हमला नहीं किया। भारत अहिंसा का देश है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हमारे महापुरुषों ने कहा कि डरो मत, डराओ मत। शिवजी कहते हैं डरो मत-डराओ नहीं और त्रिशूल को जमीन में गाड़ देते हैं। दूसरी तरफ जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा, हिंसा, नफरत,नफरत… आप हिंदू हो ही नहीं सकते। ऐसा राहुल गांधी के इतना कहते ही सत्ता पक्ष की ओर से हंगामा उठ खड़ा हो गया। इस बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने हंगामे के बीच खड़े होकर कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर बात है। इसके साथ ही हंगामे के बीच राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी और बीजेपी पूरा हिंदू समाज नहीं।
हंगामे के बीच राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी पूरा हिंदू समाज नहीं हैं। बीजेपी पूरा हिंदू समाज नहीं है। आरएसएस पूरा हिंदू समाज नहीं है। ये ठेका बीजेपी का नहीं है। नेता प्रतिपक्ष ने सदन में भगवान शिव की तस्वीर दिखाई और कहा कि शंकर भगवान से सच, साहस और अहिंसा की प्रेरणा मिलती है। राहुल गांधी ने अयोध्या में बीजेपी की हार का उल्लेख करते हुए कहा कि भगवान श्रीराम ने भाजपा को एक संदेश दिया है। उन्होंने कहा मुझ पर हमला किया गया। सरकार प्रधानमंत्री के आदेश पर मेरे खिलाफ 20 से अधिक मामले दर्ज किए गए, दो साल की सजा दी गई… मुझसे 55 घंटे तक पूछताछ की गई। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मैं भाजपा और आरएसएस को बताना चाहता हूं कि हमने किन विचारों का उपयोग भारत की अवधारणा की रक्षा करने के लिए किया है। जैसा की राहुल गांधी ने भाषण के अंत में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष की कई बातें तथ्यात्मक और सत्य नहीं है। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष से आग्रह किया कि इन बातों का सत्यापन किया जाए। बिरला ने कहा कि सत्यापन किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार राहुल गांधी ने अग्निपथ योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि सैनिकों में भेद पैदा कर दिया गया और अग्निवीरों की मृत्यु पर उन्हें शहीद का दर्जा और एक आम सैनिक की तरह उनके परिवारों को पेंशन और सहायता राशि नहीं मिलती। इस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आपत्ति जताई और कहा कि नेता विपक्ष सदन में गलतबयानी कर रहे हैं, जबकि सच यह है कि जान गंवाने वाले अग्निवीर के परिवार को एक करोड़ रुपये की सहायता का प्रावधान है। राहुल गांधी ने कहा कि सेना और अग्निवीरों को सब ज्ञात है। उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना सेना नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिमाग की योजना है। हमारी सरकार आएगी तो इसे समाप्त कर देंगे। राहुल गांधी की ओर से किसानों की बात उठाई गई उनकी ओर से एमएसपी का जिक्र किया गया। राहुल गांधी ने कहा कि किसानों को एमएसपी नहीं दिया जा रहा। जिस पर कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने खड़े होकर राहुल गांधी के बयान पर आपत्ति जताई।