वर्तमान में पुरानी अभिनेत्रियां धूम मचा रही है! जानकारी के लिए बता दे कि बीच में एक्टिंग का इतना बड़ा गैप होने के बावजूद वर्तमान की जनरेशन पुरानी अभिनेत्री को अब बखूबी अपना रही है! जानकारी के लिए बता दे कि कैंसर से जंग और 50 की उम्र पार करने के बाद मेरी जिंदगी में यह अगला खूबसूरत दौर आएगा। एक 53 साल की एक्ट्रेस को इतनी हाई प्रोफाइल वेब सीरीज में इतना अहम रोल मिलना, वाकई ‘हीरामंडी’ एक अहम माइलस्टोन है। मैं बहुत खुश हूं कि ओटीटी प्लेटफॉर्म और ऑडियंस की सोच में बदलाव के चलते आखिरकार, फीमेल एक्टर्स, टेक्निशियन व अन्य प्रोफेशनल लोगों को बहुत समय बाद अपना हक, अच्छा काम और सम्मान मिलने लगा है।’ यह दिल छू लेने वाली पोस्ट है, 90 के दौर की हसीन-जहीन अदाकारा मनीषा कोइराला की। इन दिनों सीरीज ‘हीरामंडी’ में निभाए मल्लिकाजान की दमदार भूमिका के लिए वाहवाही बटोर रही मनीषा ने बिल्कुल ठीक लिखा है कि ओटीटी की वजह से उस दौर की कई एक्ट्रेसेज को अब जाकर अपना हक और टैलंट दिखाने का मौका मिल रहा है। तभी तो 90 के दौर में अपनी खूबसूरती और ग्लैमर के लिए ही मशहूर रहीं सुष्मिता सेन, सोनाली बेंद्रे, शिल्पा शेट्टी जैसी कई एक्ट्रेसेज अब ओटीटी पर बेहद सशक्त किरदारों में अपने अभिनय का लोहा मनवा रही हैं। देखा जाए, तो मनीषा अपने पीक पर भी ‘दिल से’, ‘बॉम्बे’, ‘खामोशी’, ‘अग्निसाक्षी’ जैसी कुछ लीग से हटकर फिल्मों का हिस्सा रही हैं। मगर सुष्मिता, सोनाली, शिल्पा जैसी कई एक्ट्रेसेज को तब के मेकर्स उनकी खूबसूरती से आगे देख ही नहीं पाएं। मसलन, सुष्मिता को अब जाकर ‘आर्या’ और ‘ताली’ जैसी सीरीज में अपने भीतर के कलाकार को दिखाने का मौका मिला। सुष्मिता से यह पूछने पर कि क्या मेकर्स ने उनकी एक्टिंग क्षमता पहचानने में काफी वक्त ले लिया? वह हंसकर कहती हैं ‘ये शिकायत होनी चाहिए, पर किससे होनी चाहिए? हम ये सोच सकते हैं कि इन्होंने या उन्होंने या पूरी इंडस्ट्री ने मुझे वो मौका नहीं दिया या मेरी एक्टिंग क्षमता को पहचान नहीं पाए, पर बड़ी बात ये है कि मुझे इंडस्ट्री में 30 साल हो गए और तब से अब तक, मैंने जिंदगी में जो भी किया, मेरे लोगों ने मेरा साथ दिया है।’
इसी तरह, इन दिनों ‘ब्रोकन न्यूज’ में वसूलों की पक्की जर्नलिस्ट अमीना कुरैशी की सशक्त भूमिका के लिए चर्चित सोनाली बेंद्रे को अपने पीक पर कभी ऐसे मजबूत रोल नहीं मिले। उनकी छवि हमेशा ‘तुम हुस्न परी, तुम जाने जहां’ वाली ही रही। सोनाली के मुताबिक, ‘हमारे जमाने में हीरोइन एक खास उम्र वाली ही होती थी। मल्टीप्लेक्स आने के बाद अलग-अलग उम्र के लिए रोल लिखे जाने लगे, वहीं ओटीटी के आने पर तो सीमाएं ही टूट गईं और हर किसी को मौका मिलने लगा।’
फिल्म ‘सुखी’ और सीरीज ‘इंडियन पुलिस फोर्स’ में सख्त कॉप के सशक्त किरदारों में तारीफ पाने वाली शिल्पा को भी पहली पारी में मजबूत रोल ना के बराबर ही मिले हैं। ‘फिर मिलेंगे’ और ‘लाइफ इन ए मेट्रो’ जैसी इक्की-दुक्की फिल्मों को छोड़ दें तो वह कभी अपनी अदाओं से दिल चुराती रहीं तो कभी अपने ठुमकों से यूपी-बिहार लूटती रहीं।
यह भी है की फूल और कांटे’ और ‘रोजा’ फेम अभिनेत्री मधु लंबे अर्से बाद वेब सीरीज फिल्म ‘कर्तम भुगतम’ से स्क्रीन पर लौटी हैं। 10 साल तक इंडस्ट्री से दूर रहीं रवीना टंडन भी दोबारा एक्टिंग में खूब सक्रिय हो चुकी हैं। ‘कर्मा कॉलिंग’, ‘आरण्यक’ जैसी सीरीज और ‘केजीएफ’, ‘पटना शुक्ला’ जैसी फिल्मों के बाद रवीना टंडन ‘घुड़चढ़ी’ और ‘वेलकम टू जंगल’ जैसी फिल्मों का हिस्सा हैं। क्या शादी के बाद एक्ट्रेस का करियर खत्म जैसी इंडस्ट्री में मशहूर रहीं धारणाएं टूट रही हैं? इसे पूछने पर रवीना का कहना है, ‘ये टूट चुकी हैं। आज हर उम्र के औरतों के लिए मजबूत रोल हैं। हम औरतों को अब उनका हक मिल रहा है।’ 80 के दशक की ‘ओए ओए’ गर्ल के रूप में मशहूर रहीं एक्ट्रेस सोनम खान भी करीब तीन दशक बाद 50 की उम्र में कमबैक को तैयार हैं।
ओटीटी पर हर उम्र की एक्ट्रेसेज के लिए बहुत अच्छा काम है। आपको बता दे की ओटीटी के चलते अब उम्र की सीमा नहीं रह गई। इसके साथ ही अब उम्र सिर्फ एक संख्या है। मैं खुद ओटीटी पर काम करना चाहूंगी। आखिर मेरे जमाने के सारे हीरोज माशाअल्लाह अभी भी काम कर रहे हैं तो मैं भी क्यों न काम करूं।