यह सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर भारतीयों को इस तेज तर्राट गर्मी से कब छुटकारा मिलेगा! भारतीय मौसम विभाग की माने तो आने वाले समय में और अधिक गर्मी पड़ने वाली है, जिसकी वजह से जीना दुबर हो जाएगा! बता दे कि देश के अधिकांश हिस्सों में इस समय चुभती-जलती गर्मी से पड़ रही है, हर किसी की निगाहें आसमान की तरफ हैं। गर्मी से परेशान लोगों के लिए आज राहत की खबर आई है। मॉनसून की बारिश जल्द होने वाली है। भारत के मौसम विभाग के मुताबिक, मॉनसून इस साल समय से पहले दस्तक देने वाला है। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के 31 मई तक केरल पहुंचने की उम्मीद है। IMD के पूर्वानुमान के मुताबिक, 19 मई को मॉनसून के अंडमान निकोबार में पहुंचने की संभावना है। उसके बाद मॉनसून देश के अन्य हिस्सों की तरफ बढ़ेगा। दक्षिण-पश्चिम मानसून के 31 मई के आसपास केरल पहुंचने का अनुमान है। बता दें कि ऐसे में इसके भारत में देरी से आने के आसार नहीं है। इन इलाकों में 18 मई तक तापमान 45 डिग्री सेल्सियस या उससे ऊपर जा सकता है। इसी बीच मौसम विभाग के अनुसार इस दौरान बच्चे और बुजुर्गों को बड़ी सावधानी बरतनी चाहिए. जैसे बुजुर्ग बच्चे और बीमार लोग गर्मी के शिकार हो सकते हैंसामान्य तौर पर मॉनसून 1 जून को केरल में दस्तक देता है। इस बार इसके 31 मई को आने की संभावना है। इसमें चार दिन के आगे पीछे होने की गुंजाइश भी आईएमडी ने जताई है। मॉनसून के इस बार सामान्य रहने की संभावना पहले ही जाहिर की जा चुकी हैं। आईएमडी पिछले 19 सालों से मॉनसून का पूर्वानुमान कर रहा है। आईएमडी के अनुसार 2005 से 2023 तक 2015 को छोड़कर पूर्वानुमान सही रहा है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग आईएमडी ने बुधवार को यह जानकारी दी। आईएमडी ने कहा, ‘इस साल, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 31 मई को केरल पहुंचने का अनुमान है।’ आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बुधवार को कहा, ‘यह जल्दी नहीं है। यह सामान्य तारीख के करीब है क्योंकि केरल में मानसून की शुरुआत की सामान्य तारीख एक जून है।’ पिछले महीने, आईएमडी ने जून से सितंबर तक चलने वाले दक्षिण-पश्चिम मानसून मौसम के दौरान सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान जताया था। जून और जुलाई को कृषि के लिए सबसे महत्वपूर्ण मानसूनी महीने माना जाता है क्योंकि इस अवधि में खरीफ फसल की अधिकांश बुआई होती है।
भारतीय मौसम विभाग ने बुधवार को मॉनसून अपडेट जारी करते हुआ बताया कि मॉनसून के लिए स्थितियां सामान्य बनी हुई हैं। ऐसे में इसके भारत में देरी से आने के आसार नहीं है। सामान्य तौर पर मॉनसून 1 जून को केरल में दस्तक देता है। इस बार इसके 31 मई को आने की संभावना है। इसमें चार दिन के आगे पीछे होने की गुंजाइश भी आईएमडी ने जताई है। मॉनसून के इस बार सामान्य रहने की संभावना पहले ही जाहिर की जा चुकी हैं। आईएमडी पिछले 19 सालों से मॉनसून का पूर्वानुमान कर रहा है। आईएमडी के अनुसार 2005 से 2023 तक 2015 को छोड़कर पूर्वानुमान सही रहा है।
यही नहीं आपको बता दें कि बढ़ती गर्मी को देखते हुए जयपुर जिले के सभी निजी और सरकारी स्कूलों में बुधवार से नया सत्र शुरू होने तक ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा कर दी गई है। उधर, उदयपुर-कोटा संभाग में आज भी आंधी-बारिश का दौर जारी रहने की आशंका जताई गई है। मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर ने जैसलमेर, श्रीगंगानगर में हीटवेव चलने का अलर्ट जारी किया है। उसके बाद मॉनसून देश के अन्य हिस्सों की तरफ बढ़ेगा। दक्षिण-पश्चिम मानसून के 31 मई के आसपास केरल पहुंचने का अनुमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग आईएमडी ने बुधवार को यह जानकारी दी। आईएमडी ने कहा, ‘इस साल, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 31 मई को केरल पहुंचने का अनुमान है।’ आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बुधवार को कहा, ‘यह जल्दी नहीं है। यह सामान्य तारीख के करीब है क्योंकि केरल में मानसून की शुरुआत की सामान्य तारीख एक जून है।’17 और 18 मई को राजस्थान में तेज गर्मी पड़ने की चेतावनी जारी करते हुए पश्चिमी राजस्थान में हीटवेव का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन इलाकों में 18 मई तक तापमान 45 डिग्री सेल्सियस या उससे ऊपर जा सकता है। इसी बीच मौसम विभाग के अनुसार इस दौरान बच्चे और बुजुर्गों को बड़ी सावधानी बरतनी चाहिए. जैसे बुजुर्ग बच्चे और बीमार लोग गर्मी के शिकार हो सकते हैं. आपको हम यह भी बता दे की ऐसे लोगों में गर्मी की बिमारी के लक्षणों की संभावना बढ़ सकती है. और ऐसे में उन्हें बचना चाहिए. हालांकि इस दौरान खूब पानी का सेवन करे और लस्सी, नीबूं का पानी पीते रहें!