अब यह सवाल उठना लाजिमी है कि 15 अगस्त को दिल्ली में आतिश या मनीष सिसोदिया में से कौन झंडा फहराएगा! दरअसल, हाल ही में अरविंद केजरीवाल के द्वारा जेल से चिट्ठी लिखकर यह घोषणा की गई थी कि उनके स्थान पर आतिशी ही ध्वज फहराएंगी, लेकिन अब मनीष सिसोदिया चूंकि बाहर आ चुके हैं, तो सवाल उठना तो बनता है! जानकारी के लिए बता दे कि 17 महीने बाद दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया तिहाड़ जेल से बाहर आ गए हैं। बता दें कि शुक्रवार शाम सिसोदिया के जेल से बाहर निकलते ही आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जमकर जश्न मनाया। पूर्व डिप्टी सीएम के बाहर आने के बाद अब सबसे बड़ा सवाल है कि वह किस भूमिका में होंगे। क्या वापस वह दिल्ली के डिप्टी सीएम का पद ग्रहण करेंगे। वहीं यह भी सवाल है कि सिसोदिया के जेल से बाहर आने के बाद 15 अगस्त को दिल्ली में झंडा कौन फहराएगा। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने जेल से एलजी को पत्र लिखकर कहा था कि वह चाहते हैं कि उनकी जगह आतिशी झंडा फहराएंगी। हालांकि सिसोदिया को झंडा फहराने के लिए मंत्री पद की शपथ लेनी होगी। बता दें कि 15 अगस्त से पहले 5 दिनों का वक्त बाकी है और इन बचे हुए दिनों में सिसोदिया किस भूमिका में नजर आते हैं यह देखने वाली बात होगी। वित्त, शिक्षा समेत कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी उनके पास थी। सरकार और पार्टी दोनों ही जगह उनकी नंबर दो की भूमिका थी। उनकी गैरमौजूदगी में आतिशी महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। हालांकि आम आदमी पार्टी या अरविंद केजरीवाल की ओर से सिसोदिया के मंत्रिमंडल में शामिल होने को लेकर अभी कुछ नहीं कहा गया है।
मनीष सिसोदिया को आज ही सुप्रीम कोर्ट ने जमानत मिली है लेकिन वो मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं या नहीं इसके लिए कोर्ट के ऑर्डर को समझना होगा। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें आधिकारिक काम करने से रोका नहीं है इसलिए वो बिना किसी अड़चन के मंत्री बन सकेंगे। यही नहीं संविधान के अनुसार सीएम के पास विशेषाधिकार होता हैं कि वो जिसे चाहे मंत्री बना सकता है लेकिन मंत्री बनने के बाद उस शख्स को 6 महीने के अंदर सदन का सदस्य बनना होता है। अगर मनीष सिसोदिया को मंत्री बनाना है तो सीएम केजरीवाल को उसके लिए एलजी को चिट्ठी लिखनी होगी और फिर एलजी की मंजूरी के बाद मनीष सिसोदिया मंत्री बन पाएंगे।
पिछले दो महीने से तिहाड़ जेल में कैद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ED और CBI के केस में जमानत लेने के लिए लगातार अदालतों का दरवाजा खटखटा रहे हैं। बता दें कि इस बीच स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए उन्होंने बुधवार को ही LG वी.के. सक्सेना को 15 अगस्त पर दिल्ली में झंडा फहराने को लेकर एक चिट्ठी लिखी थी। इस लेटर के माध्यम से केजरीवाल ने LG को बताया था कि इस साल उनकी गैरमौजूदगी में 15 अगस्त पर उनकी जगह मंत्री आतिशी दिल्ली सरकार की तरफ से आयोजित होने वाले शासकीय कार्यक्रम में तिरंगा झंडा फहराएंगी।
जानकारी के लिए बता दे कि दिल्ली सरकार हर साल 15 अगस्त और 26 जनवरी के अवसर पर छत्रसाल स्टेडियम में शासकीय कार्यक्रम आयोजित करती है, जिसमें मुख्यमंत्री राष्ट्रध्वज फहराते हैं, परेड की सलामी लेते हैं और दिल्ली की जनता के नाम संदेश देते हैं। अभी तक यह जिम्मेदारी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ही निभाते आ रहे थे, लेकिन इस बार वह जेल में हैं और 15 अगस्त नजदीक है। इसे देखते हुए CM ने पहले से ही LG को चिट्ठी लिखकर एक तरह से यह स्पष्ट कर दिया है कि उनकी गैरमौजूदगी के बावजूद 15 अगस्त पर तिरंगा दिल्ली सरकार के मंत्री द्वारा ही फहराया जाएगा। अब देखना होगा कि आगे अरविंद केजरीवाल की ओर से क्या फैसला किया जाता है।