आज हम आपको बताएंगे कि कहां-कहां मौसम की मार का मंजर देखने को मिल रहा है! आपको बता दें कि वर्तमान में बारिशों का मौसम चल रहा है, इसी बीच देश के कई इलाकों से भूस्खलन, बाढ़ और तबाही जैसी बड़ी और भयानक खबरें आ रही है! जिसकी वजह से लोग डरे सहमे हुए हैं! जानकारी के लिए बता दें कि मूसलाधार बारिश, बाढ़ और भूलस्खलन की तमाम खबरों के बीच अब हिमाचल प्रदेश से दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां शिमला से 100 किमी दूर रामपुर के झाकड़ी में बादल फटा है। बता दें कि बादल फटने के बाद रामपुर के झाकड़ी में समेज खड्ड में बाढ़ आ गई। इस बाढ़ में 20 लोगों के लापता होने की सूचना है। उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि घटना की सूचना मिलते ही ही एन डी एस आर एफ की टीम, पुलिस, रेस्क्यू दल घटना स्थल के रवाना हो चुके है। उन्होंने कहा कि हमें प्राप्त सूचना के मुताबिक बादल फटने से प्रभावित क्षेत्र से 19 लोगों के लापता होने की जानकारी है। एसडीएम रामपुर निशांत तोमर घटना स्थल पर पहुंच रहें है। सड़क कई जगह बंद होने के कारण उन्हें दो किलोमीटर पैदल ही उपकरणों के साथ घटना स्थल पर पहुंचने के लिए प्रयास कर रही है। उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा राहत कार्य तुरंत आरंभ कर दिया है। यही नहीं उन्होंने कहा कि आईटीबीपी, स्पेशल होम गार्ड की टुकड़ी भी रेस्क्यू दल में शामिल किया गया है। कि रेस्क्यू कार्यों में सारी टीमें एक जुट होकर कार्य कर रही है। एंबुलेंस सहित सभी आधारभूत सुविधाएं रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल की गई है। अधिकारी ने कहा कि अतिरिक्त उपायुक्त की अध्यक्षता में कमेटी का गठन कर दिया गया है जिसमें पुलिस, होम गार्ड, अग्निशमन दल, सुन्नी डैम प्रबंधन सहित अन्य विभागों को शामिल किया गया।
बता दे कि हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के तोश नाला में बादल फटने से आई बाढ़ के बाद एक फुटब्रिज और शराब की दुकान सहित तीन अस्थायी दुकानें बह गईं। मणिकरण के तोश इलाके में यह घटना हुई। इससे पहले सोमवार को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग आईएमडी ने कहा था कि आने वाले दिनों में हिमाचल प्रदेश में मॉनसून की गतिविधि की तीव्रता और वितरण में वृद्धि होने की संभावना है। यही नहीं अगले 4-5 दिनों में मॉनसून की गतिविधि की तीव्रता और वितरण में वृद्धि होने की संभावना है, जिसमें व्यापक रूप से मध्यम वर्षा होगी, कभी-कभी गरज के साथ बारिश या बिजली गिरने की भी संभावना है। यही नहीं केरल के वायनाड में आई तबाही में लाशों के निकलने का सिलसिला जारी है। वायनाड में आए भूस्खलन के मलबे से अब तक 276 शव निकले जा चुके हैं, अब भी 200 से ज्यादा लोग लापता हैं। जो लापता हैं उनके भी जीवित बचने की उम्मीद न के बराबर जताई जा रही है क्योंकि घटना को हुए 3 दिन हो गए हैं। बचाव अभियान में समय बीतता जा रहा है और रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण यह और चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है। जानकारी के लिए बता दे कि मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि दो दिनों में 1,592 लोगों को बचाया गया है और जब तक अंतिम संभावित जीवित व्यक्ति को बचा नहीं लिया जाता, तब तक प्रयास जारी रहेंगे। मंगलवार की सुबह हुए दो भूस्खलनों से हुई तबाही का अंदाजा देता है, जिसमें मुंडक्कई और दो पड़ोसी गांव लगभग खत्म हो गए। 200 से अधिक लोग घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती हैं। वायनाड जिला प्रशासन ने कहा कि मृतकों में 30 बच्चे शामिल हैं। देर शाम तक 96 शवों की पहचान हो चुकी थी और इनमें से 75 शवों को उनके परिवारों को सौंप दिया गया था। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और सांसद राहुल गांधी भी वायनाड पहुंच रहे हैं।
बता दे सेना, नौसेना और एनडीआरएफ की बचाव टीमें मलबे के ढेरों को खोदने और लकड़ी और कंक्रीट के अवशेषों को तोड़ने में लगी हैं। ये वे मलबा है जो कभी घर हुआ करते थे। टीमें दिन-रात जुटे हैं ताकि जीवित बचे लोगों की तलाश की जा सके। केरल के सीएम पिनाराई विजयन के कार्यालय ने कहा कि सेना चूरलमाला में बचाव अभियान के लिए बेली ब्रिज का निर्माण कर रही है, जहां मंगलवार सुबह 4.10 बजे दो भूस्खलनों में से दूसरा भूस्खलन हुआ। पहला भूस्खलन सुबह 2 बजे मुंदक्कई पर गिरा। इसी बीच एक अधिकारी ने कहा, “IAF C 17 विमान ने सेना के तीन खोज और बचाव कुत्तों के साथ बेली ब्रिज को दिल्ली से कन्नूर पहुंचाया। राज्य सरकार ने आपदा के बाद से लापता लोगों की एक सूची प्रकाशित की। सबसे कम उम्र का 14 दिन का एडम सयान है जबकि सबसे बुजुर्ग 85 वर्षीय अब्दुर्रहमान मुसलियार है।